सागौन के पेड़ से रस्सी का फंदा लगाकर मजदूर ने की जीवन लीला समाप्त,

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    समाचार लाइव न्यूज 

        अनिल उपाध्याय 

            खातेगांव

रोज सुबह 5: बजे काम पर चला जाता लेकिन शनिवार को वह सुबह 4:00 बजे ही काम पर निकल गया जाते समय उसने ना तो परिजनों को जगाया और ना ही चाय पी सुबह 8:00 बजे तक नहीं लौटा तो परिजनों की चिंता बढ़ गई उन्होंने जब उसे जाकर जंगल में खोजा तो वहां एक सागुन के पेड से रस्सी का फंदा लगाकर लटका हुआ मिला

पुलिस को खबर की पुलिस ने मौके पर पहुच कर मौका पंचनामा तैयार कर शव पीएम के लिए अस्पताल भिजवाया,


 दिलीप पिता कालूराम उईक जाति गोंड उम्र 20 साल ने 

थाना पहुचकर पुलिस को बताया की मैं ग्राम साक्टया कालोनी रहता हूँ तथा मजदूरी करता हूँ। मेरे पापा कालूराम उईक मेरे गांव के रामनिवास पटेल के घर पर खेती का काम करने के लिए हाली थे। रोज सुबह करीब 05.00 बजे मेरे पापा

काम पर चले जाते थे। आज दिनांक 26.09.2020 को सुबह करीब 06.00 बजे मेरी मम्मी सावित्री बाई ने मुझे नींद से उठाया और बताया कि आज तेरे पापा सुबह 4 बजे से उनकी खटिया पर नही है चाय दुध भी

नही पीया है। अभी तक घर आए नही आए है तो हम सब घर वाले मेरे पापा को ढुंढते हुए करीब 8 बजे रामनिवास पटेल के पड़त जंगल तरफ गए तो मेरा छोटा भाई राजकुमार मेरे पापा को 

ढूंढता हुआ आगे आगे

जंगल में गया और मुझे तथा मेरी मम्मी को आवाज लगाई की पापा ने सगोन के पेड़ से रस्सी बांधकर फांसीलगा ली है तो मैं और मेरी मम्मी सगोन के पेड़ के पास गए और देखा कि मेरे पापा सगोन के पेड़ से रस्सीका फंदा बनाकर फांसी पर लटके हुए है। वहा पर गांव के लोग भी इक्ठठे हो गए किसी ने थाना खातेगांव

की पुलिस को सूचना दी जो पुलिस मौके पर आई और शव को पेड़ से उतारकर मौका पंचनामा तैयार कर शव पीएम के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू की है!