मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने धुराड़ाकला सरपंच
सीहोर जिले के आष्टा जनपद जनपद के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत धूराडाकला के सरपंच
राजाराम से वीडियो कॉन्फ्रेंस पर की बातचीत
पंच-परमेश्वर योजना, बेरोज़गार श्रमिकों एवं कोरोना जैसे गंभीर मुद्दे पर की चर्चा
संवाददाता आष्टा
संजय जोशी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पंच परमेश्वर योजना, बेरोज़गार श्रमिकों एवं कोरोना जैसे गंभीर मुद्दे पर वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सरपंचों से बातचीत की। उन्होंने सीहोर जिले के आष्टा विकासखण्ड के अंतर्गत ग्राम पंचायत धुराडाकला के सरपंच राजाराम गोयल से बात की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सरपंच से ग्राम पंचायत में चल रहे निर्माण कार्यों के बारे में जानकारी ली। साथ् ही उन्होंने हिदायत दी कि कोरोना महामारी से बचाव के लिए सभी मास्क का उपयोग करें तथा सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का पालन अवश्य करें।
सरपंच श्री गोयल ने बताया कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा जो राशि योजना अन्तर्गत प्रदान की जाएगी उसे ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों के उपयोग में लगाया जाएगा। जिसमें सीसी रोड़, नाली निर्माण आदि कार्य शामिल हैं। जिससे ग्रामीणों का आवागमन की सुविधा होगी। साथ ही नाली निकासी से बारिश में पानी की निकासी होगी। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अरुण कुमार विश्वकर्मा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
श्री चौहान ने संबल एवं पंच-परमेश्वर योजनाओं को पुनः चालू किए जाने के संबंध में जानकारी देते हुए इन योजनाओं के माध्यम से जनसामान्य को पात्रता अनुसार लाभान्वित करने की बात कही। उन्होंने कहा कि पंच-परमेश्वर की राशि का विकास कार्यों के लिए सदुपयोग करें, इस राशि से पेयजल, भवन मरम्मत, स्टॉप डेम जैसे कार्य कराए जाऐं। जल एवं स्वच्छता के कार्यों को प्राथमिकता दिया जाए। श्री चौहान ने कहा कि मजदूरों को समय पर मजदूरी का भुगतान किया जाए। उन्होंने अपने संबोधन में रोजगार सेतू पोर्टल एवं शासन द्वारा लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने के संबंध में किए जा रहे प्रयासों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के लगभग 6 हजार सरपंचों/पूर्व सरपंचों को संबोधित किया। उन्होंने वीसी से जुड़े उपस्थित सरपंचों/पूर्व सरपंचों से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने सरपंचों से पंच-परमेश्वर योजना, मनरेगा के कायों, श्रम सिद्धि अभियान, रोजगार सेतु पोर्टल पर पंजीयन, गौशाला निर्माण, नि:शुल्क राशन वितरण तथा कोरोना की स्थिति के संबंध में चर्चा की।
वीसी में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा हिन्दुस्तान गाँवों में बसता है। गाँवों के विकास से ही देश एवं प्रदेश का विकास संभव है। मध्यप्रदेश सरकार द्वारा ग्रामीण विकास के लिए पर्याप्त राशि पंचायतों को दी जा रही है। सरकार ने पंच-परमेश्वर योजना को दोबारा चालू किया है तथा 14वें वित्त आयोग की 1830 करोड़ 7 लाख रूपये की राशि पंचायतों को भिजवाई गई है। (1555 करोड़ रूपये अधोसंरचना विकास एवं पेयजल व्यवस्था के लिए तथा 275 करोड़ रूपये कोविड रोकथाम के लिए)। सरपंच इस राशि का समुचित उपयोग करें। कोरोना की रोकथाम के साथ ही अच्छी गुणवत्ता के स्थाई प्रकृति के विकास कार्य करवाएं। जल एवं स्वच्छता संबंधी कार्यों को प्राथमिकता दें।
कोविड की रोकथाम के लिए 275 करोड़ रूपए- मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना रोग शहरों से ही गाँवों में पहुंचा है। अभी मध्यप्रदेश के 440 गाँवों में 904 कोरोना के मरीज पाए गए है। सरकार ने कोविड की रोकथाम के लिए ग्राम पंचायतों को 14वें वित्त आयोग की 15 प्रतिशत राशि 275 करोड़ रूपए भिजवाई है। इसे मास्क, साफ सफाई, साबुन, सेनेटाइजर, पीपीई किट आदि पर खर्च किया जा सकता है। प्रदेश में कोरोना के मरीज तीव्र गति से स्वस्थ हो रहे हैं फिर भी पूरी सावधानी की आवश्यकता है। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सभी मास्क लगाएं, दो गज की दूरी रखें तथा अन्य सावधानियां बरतें।
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