उदयनगर पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल के बाद, 100 डायल भी सन्देह के घेरे मे,

पानकुंअ के विकलांग विरेन्द 
 को आरोपी बनाने का मामला,
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     संवाददाता
    सोमेश उपाध्याय
        बागली

उदयनगर पुलिस थाना क्षेञ के पानकुंअ के  विकलांग वीरेन्द सोलंकी द्वारा उसके घर आकर  आरोपी पंचायत सचिव मुन्नालाल ओर उसके परिजनो व्दारा मारपीट एवं गाली गलौज की रिपोर्ट दर्ज कराने के दूसरे दिन उसी के खिलाफ उदयनगर पुलिस  व्दारा मामला दर्ज करना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा किए हुए हैं,!
विरेन्द के साथ गाली गलौच व मारपीट की सुचना 19 मई को 6,50 मिनिट पर 100 डायल पर की गई मोके पर पहुची 100 डायल के जिम्मेदारो ने यह कहते हुए विरेन्द की मदद नही की आप से झगड़ा करने वाला नशे में है उसे नहीं ले जा सकते और वह चले गए,20 मई को सुबह थाने पहुंचा और रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन 21 मई को उदयनगर थाने से पुलिस उसके घर पहुंची और कहा कि आप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है! आप थाने चलो तब मैंने कहा कि सर जी मैं विकलांग हूं मैंने किसी से झगड़ा नहीं किया है !और मेरे खिलाफ झूठी रिपोर्ट मेरी रिपोर्ट करने के बाद घटना के 1 दिन बाद की गई है! जबकि मुझसे झगड़ा करने वाला मुन्ना लाल पिता फत्तू पोलाखाल में पंचायत सचिव है ,एवं चलने फिरने  लायक है मेरे रिपोर्ट करने के बाद उसकी रिपोर्ट दर्ज करना न्यायोचित नहीं ! विकलांग युवक वीरेंद्र रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मानसिक प्रताड़ना के रूप में अपने आप को असहाय महसूस कर रहा है! इस पुरे मामले को लेकर विरेन्द उसके परिजन के साथ न्यायालय की शरण लेगे साथ ही ,मानव अधिकार आयोग व आई जी को भी अपनी पीडा बतायेगा,वही 100 डायल की इतनी बडी लापरवाही एक विकलांग युवक को तत्काल सहायता नहीं देने का मामला भी वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा
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     संवाददाता
    सोमेश उपाध्याय
        बागली

उदयनगर पुलिस थाना क्षेञ के पानकुंअ के  विकलांग वीरेन्द सोलंकी द्वारा उसके घर आकर  आरोपी पंचायत सचिव मुन्नालाल ओर उसके परिजनो व्दारा मारपीट एवं गाली गलौज की रिपोर्ट दर्ज कराने के दूसरे दिन उसी के खिलाफ उदयनगर पुलिस  व्दारा मामला दर्ज करना पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा किए हुए हैं,!
विरेन्द के साथ गाली गलौच व मारपीट की सुचना 19 मई को 6,50 मिनिट पर 100 डायल पर की गई मोके पर पहुची 100 डायल के जिम्मेदारो ने यह कहते हुए विरेन्द की मदद नही की आप से झगड़ा करने वाला नशे में है उसे नहीं ले जा सकते और वह चले गए,20 मई को सुबह थाने पहुंचा और रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन 21 मई को उदयनगर थाने से पुलिस उसके घर पहुंची और कहा कि आप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है! आप थाने चलो तब मैंने कहा कि सर जी मैं विकलांग हूं मैंने किसी से झगड़ा नहीं किया है !और मेरे खिलाफ झूठी रिपोर्ट मेरी रिपोर्ट करने के बाद घटना के 1 दिन बाद की गई है! जबकि मुझसे झगड़ा करने वाला मुन्ना लाल पिता फत्तू पोलाखाल में पंचायत सचिव है ,एवं चलने फिरने  लायक है मेरे रिपोर्ट करने के बाद उसकी रिपोर्ट दर्ज करना न्यायोचित नहीं ! विकलांग युवक वीरेंद्र रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मानसिक प्रताड़ना के रूप में अपने आप को असहाय महसूस कर रहा है! इस पुरे मामले को लेकर विरेन्द उसके परिजन के साथ न्यायालय की शरण लेगे साथ ही ,मानव अधिकार आयोग व आई जी को भी अपनी पीडा बतायेगा,वही 100 डायल की इतनी बडी लापरवाही एक विकलांग युवक को तत्काल सहायता नहीं देने का मामला भी वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा