देवास विधायक पुत्र विक्रमसिंह पवार निभा रहें हैं अपने राजा होने का फर्ज,
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संवाददाता
प्रदीप ठाकुर
देवास
जी हां... विक्रमसिंह विधायक प्रतिनिधि होने से कई ज्यादा बड़कर अब तक अपनी व्यक्तिगत भूमिका भी निभाते नजर आए हैं। कोरोना संकट काल में उन्होंने अपनी रॉयल ब्रिगेट के माध्यम से चारों और से देवास को जिस तरह संभाला हैं उसे सब जानते ही हैं। एक कुशल नेतृत्वकर्ता का परिचय देते हुए उन्होंने देवास को 7 अलग अलग झोन में बांटकर जरूरतमंदों की आवश्यकतानुसार भोजन की व्यवस्था का जिम्मा अपने रॉयल ब्रिगेट सैनिकों को बांटा। उसके बाद जरूरत पड़ने पर दो और पाइंट बड़ाते हुए अब कुल 9 पाइंट से जरूरतमंदों के लिए भोजन व्यवस्था की जा रहीं हैं। क्षेत्रवार व्यवस्था करने से अधिकांश बस्ती व ऐसे स्थान जहां लोगों को भोजन की अधिक आवश्यकता हैं। वहां रॉयल ब्रिगेट टीम आसानी से पहुँच रहीं हैं। साथ ही सबकों समय पर भोजन भी उपलब्ध हो रहा हैं।
इस दौरान एक कुशल व जनहितैषी प्रशासक के रूप में भी विक्रमसिंह पवार की छवि उभरकर सामने आई हैं। उन्होंने केवल अपने शहरवासियों की ही नहीं बल्कि देवास से होकर गुजर रहे प्रवासी लोगों की भी चिंता करते हुए, उन्हें भी भोजन पानी उपलब्ध हो सके इसके लिए लॉक डाउन के समय से ही बायपास पर भी व्यवस्थाएं करवा रखी हैं।
कोरोना संकट काल में दिन रात सेवा में जुटी हुई रॉयल ब्रिगेट टीम का सेवा जज्बा व उनकी ऊर्जा बड़ाने के लिए स्वयं विक्रम सिंह पवार उनके बीच पहुँचे व टीम की हौसलाअफजाई की। इस दौरान उन्होंने सभी भोजन निर्माण केंद्रों का निरीक्षण भी किया। साथ ही केंद्र प्रमुखों से उन्होंने कहां की किसी भी प्रकार की आवश्यकता हो तो वह उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं। जो भी सामग्री चाहिए वह उपलब्ध कराई जाएंगी।
यहीं नहीं निरीक्षण के दौरान विक्रमसिंह पवार बायपास पहुँचे व प्रवासी लोगों को स्वयं अपने हाथों से भोजन वितरित कर, उनके हालचाल जाने व उन्हें सफर की शुभकामनाएं दीं।
अपनी इसही मिलनसारिता के चलते विक्रमसिंह पवार शहर के युवाओं के लिए एक आदर्श हैं व उनके द्वारा बनाई गई संस्था रॉयल ब्रिगेट से युवा बड़ी संख्या में जुड़कर उनके मार्गदर्शन में जनहित में कार्य कर रहें हैं।
राजमाता विधायक गायत्री राजे पवार जहां प्रशासनिक अमले को आवश्यक दिशानिर्देश देकर शहर की तमाम व्यवस्थाएं संभाले हुए हैं, वहीं दूसरी और विक्रमसिंह पवार जनहित के लिए निरन्तर प्रयासरत रहते हुए अपने महाराजा होने का दायित्व भलीभांति निभा रहें हैं। जिसके चलते वह आमजन में काफी प्रशंसनीय हैं।
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