टिमरनी विकासखंड मे आये बेपरवाह अधिकारी,नहीं करते मीडिया के फोन रिसीव,

टिमरनी  रिपोर्टर राहुल जाट

हरदा में प्रशासनिक प्रक्रिया के चलते अधिकारी कर्मचारियों को अलग-अलग विकासखंड अलग-अलग तहसीलों में अधिकारी कर्मचारियों को फेरबदल किया गया जिसमें टिमरनी विकासखंड मैं आये अधिकारी एसडीएम रीता डेहरीया,तहसीलदार रितु भार्गव, नायब तहसीलदार कुलदीप सिंह, इतने बेपरवाह है की आमजन की समस्याओं एवं विकास खंड में चल रही गतिविधियां को जब मीडिया द्वारा उजागर किया जाता है और इन अधिकारियों को फोन किया जाता है अवगत करवाने के लिए तो इतने बेपरवाह है कि फोन रिसीव नहीं करते हैं।


हटते हैं अपनी जवाबदारी से पीछे


अक्सर देखा गया कि टिमरनी एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, जब इन्हें मीडिया द्वारा फोन किया जाता है तो यह अधिकारी अपनी बेपरवाह दिखाते हुए अपनी जवाबदारी से पीछे हटते नजर आते हैं  ।


एसडीएम,तहसीलदार,नायब तहसीलदार,एक से बढ़कर एक


अक्सर देखा गया कि एसडीएम,तहसीलदार,नायब तहसीलदार, एक से बढ़कर एक है अगर एसडीएम रीता डेहरिया कहीं व्यस्त है तो तहसीलदार रितु भार्गव को फोन किया जाता है तो यह तहसीलदार महोदय भी अपनी जवाबदारी से पीछे हटते हुए फोन रिसीव नहीं करते है।

नायब तहसीलदार कुलदीप सिंह इन महोदय की तो बात ही कुछ अलग है यह टिमरनी विकासखंड में महोदय सबसे बढ़कर है इतने वीआईपी है कि इन्हें कहीं किसी कारण बस फोन किया जाता है फोन ही काट देते है।


कलेक्टर महोदय जी रहते संवेदनशी, इन अधिकारियों से कहीं ज्यादा व्यस्त, कलेक्टर महोदय जवाबदारी से पीछे नहीं हटते हैं, तत्काल करते मीडिया का फोन रिसीव,


जिनके कंधों पर हैं पूरे जिले की कमान इतनी व्यस्तता के बीच भी हमेशा आम जनता और मीडिया के लिए संवेदनशील रहते हैं जिले के कलेक्टर श्री संजय गुप्ता इतनी व्यस्तता के बीच भी जब भी मीडिया द्वारा फोन किया जाता है तो तत्काल रिसीव कर बडी ही सहानुभूति  के साथ समस्या को सुनते हैं और समस्या का समाधान भी करते हैं।

टिमरनी विकासखंड के अधिकारियों को अपने वरिष्ठ अधिकारी कलेक्टर महोदय जी से सीख लेना चाहिए।