गांजे की तलब मिटाने गए युवक ने की थी कुटिया में सो रहे बाबा की हत्या
पुलिस गिरफ्त में हत्या का आरोपी
हरदा ब्यूरो चीफ राहुल जाट
बारंगी गांव के बस स्टैंड पर हनुमान मंदिर के पास कुटिया में हुई थी हत्या
खिरकिया. कुटिया में बाबा की हत्या के अंधेकत्ल की गुत्थी छीपावड़ पुलिस ने सुलझा ली है। गांजा पीने की तलब में आरोपी ने बाबा पर लकड़ी से वार कर हत्या कर दी थी। हत्या करने के बाद आरोपी ने बाबा के शव के पास बैठकर गांजा भी पीया और उसके बाद वह अपने घर चला गया। मामले में पुलिस ने आरोपी कल्लू उर्फ रामराज पिता शोभाराम कोरकू निवासी नयापुरा बारंगा को संदेह के आधार पर गिरफ्तार कर पूछताछ की थी। आरोपी ने अपराध कबूल कर लिया है। 24 सितंबर को बारंगी बस स्टैंड पंचमुखी हनुमान मंदिर के बाबा की उनकी कुटिया में हत्या कर दी गई थी। जिस पर पुलिस ने अज्ञात आरोपी के विरूद्ध धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया था। एसपी मनीष कुमार अग्रवाल एवं एएसपी गजेंद्र सिंह वर्धमान ने मामले की जांच के लिए टीम का गठन किया था। टीम ने 10-15 लोगों से पूछताछ की। आरोपी कल्लू को भी संदेह के आधार पर पकड़कर पूछताछ की। इसमें उसने वारदात की सच्चाई उगलते हुए अपना जुर्म कबूल किया।
गांजे की लत ने बना दिया हत्यारा, डर के मारे कर दी हत्या
आरोपी कल्लू ने पुलिस को बताया कि वह हरदा में एक गैराज पर कार्य करता है। 23 सितंबर रात करीब 8.30 बजे हरदा से बारंगी पहुंचा। वह बाबा की कुटिया में गया। जहां पर पहले ही 5-6 लोग बैठकर गांजे की चिलम पी रहे थे। इस बीच उसने भी वहीं बैठकर चिलम पी। इसके बाद वह दो अन्य लोगों के साथ उठकर चला गया और बाहर से ताला लगाकर चाबी अंदर फेंककर बाबा को दे दी। आरोपी अपने घर जाने के लिए निकला, लेकिन घर नहीं जाते हुए करीब दो घंटे नहर पर बैठा रहा और मोबाइल चलाता रहा। इस दौरान उसे चीलम पीने की तलब लगी, तो वापस कुटिया के पास रात्रि करीब 1 बजे पहुंचा। वहांं पर कोई नहीं था। कुटिया में कोने से अंदर घुसा। इस दौरान आहट होने पर बाबा जाग गए। बाबा ने आरोपी को पहचान लिया। कहीं बाबा पुलिस में रिपोर्ट न कर दें इस डर से आरोपी ने पास में पड़ी जलाउ लकड़ी से बाबा के सिर पर दो वार कर दिए। इससे बाबा गिर पड़े और दोबारा नहीं उठे। इसके बाद आरोपी ने सिरहाने रखे कंबल से बाबा का मुंह ढंक दिया।
बाबा के शव के सिरहाने बैठकर चिलम पी
बाबा की हत्या करने के बाद भी आरोपी की गांजे की तलब नहीं छूटी। बाबा को मारने के बाद आरोपी ने बाबा के बिस्तर के नीचे रखी गांजे की चार पुडिय़ा निकाली और दो पुडिय़ा जेब में रख ली। दो पुडिय़ा मृत अवस्था में पड़े बाबा के सिराहने बैठकर चिलम में भरकर पी। चिलम पीने के बाद बाबा को मोबाइल लेकर जिस रास्ते से कुटिया में प्रवेश किया उसी से बाहर निकलकर अपने घर जाकर सो गया। आरोपी को गिरफ्तार करने में एसडीओपी राजेश सुल्या के निर्देशन में गठित टीम में थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल, एएसआइ एसएल मालवीय, करणसिंह राजपूत, आरक्षक अशोक बाडिवा, मनोज रघुवंशी, रवीन्द्र गोयल शामिल थे।
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