टोंकखुर्द
मानवता अभी जिंदा है,,,,,,?
संवाददाता आनंद ठाकुर
टोंककला के ग्रेविटी स्कूल ने की कोरोनावायरस के चलते लगभग 5 से 6 लाख रुपए की फीस माफ,,,,,
म प्र में एक शिक्षा दानवीर ऐसा भी जो लगभग 6 लाख का नुकसान भुगत कर अपने स्कूल के छात्रों की इस सत्र की फीस माफ की देखिये आज के शिक्षा जगत में शिक्षा क्षेत्र में मसीहा बनकर एक क्रांतिकारी संदेश देता युवा
जहां इस कोरोनावायरस के चलते पूरा देश प्रदेश परेशान है हर कोई हर किसी गरीब की मदद करने को आतुर है तो वही बड़े-बड़े स्कूलों के संचालक पालको पेरेंट्सो को रोज-रोज मैसेज भेज रहे हैं फोन लगा रहे हैं कि आप अपने बच्चों की फीस तुरंत जमा कराएं नहीं तो आपके बच्चों को स्कूल में एडमिशन नहीं मिलेगा वही हमारे द्वारा बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है हमें शिक्षकों का वेतन ड्राइवरों की तनख्वाह देनी है रोज-रोज स्कूलों से फोन लगाए जा रहे हैं वही जगह जगह पैरेंट्स द्वारा विरोध भी किया जा रहा है ज्ञापन भी दिया जा रहे हैं फिर भी इसका कुछ हल नहीं निकल पा रहा है वही इस पूरे मामले को लेकर कोर्ट में भी याचिका लगाई गई है लेकिन वही ग्राम टोंककला के एक छोटे से ग्रेविटी कोनवेंट स्कूल के संचालक जगदीश राजपूत द्वारा कल एक सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर कहा गया कि हमारे द्वारा इस कोरोनावायरस के चलते लगभग 5 से 6 लाख रुपए तक की फीस माफ की जाती है वहीं इनके द्वारा बताया गया कि जब हम पिछले कई सालों से पालकों से फीस लेते आ रहे हैं और इनसे कमा भी रहे हैं तो इस कोरोना काल में इनकी फीस अगर माफ कर देते हैं तो इससे इन्हें कुछ हद तक राहत मिलेगी वही इस महामारी के चलते ग्रेविटी स्कूल ने निर्णय लिया है कि अधिकांश बच्चे हमारे स्कूल में मध्यमवर्गीय किसान परिवार से आते हैं तो जब तक स्कूल बंद है किसी भी बच्चे से सत्र 20-21 की जब तक स्कूल ना लगे तब तक फीस नहीं ली जाएगी यह सरकारी आदेश नहीं है स्कूल प्रबंधक ने स्वयं निर्णय लिया है यह सुविधा केवल स्कूल में वर्तमान में पढ़ रहे बच्चों के लिए है नए एडमिशन इस सत्र में नहीं होंगे ।
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