संवाददाता संजय जोशी


सीहोर जिले के आष्टा में हुई बड़ी लूट की घटना कुछ दिन पूर्व भी एक दुकान से महिला का रुपयों से भरा झोला लेकर चंपत हुआ था एक नाबालिग मुख्यमंत्री के गृह जिले में बड़ी वारदात। डीआईजी ग्रामीण संजय तिवारी पहुंचे थाना आष्टा ले रहे हैं मामले की जानकारी।
     आष्टा थाना क्षेत्र में लगातार लूट की दूसरी घटना सामने आई है दिनदहाड़े दोनों ही घटनाएं हुई हैं जिसमें एक में ₹98000 से भरा थैला लेकर एक बच्चा फरार हो गया जो सीसीटीवी कैमरे में थैला लेजाते देखा गया था, जिसमें अभी तक पुलिस आष्टा को कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है, वहीं दूसरी वारदात आज सवेरे इंदौर भोपाल हाईवे पर दिन के करीब 11:00 से 12:00 के बीच बमुलियाखींची एवं सेंधोखेड़ी जोड़ से करीब 100 फ़िट की दूरी पर करीब 9 लाख 72 हज़ार की राशि से भरा बैग दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति रेडिएंट कंपनी के कर्मचारी से लूट कर फरार हो गए।
    बताया जा रहा है कि रेडिएंट कम्पनी का कर्मचारी एक जगह से कलेक्शन लेकर अमलाहा स्थित देवास भोपाल कॉरिडोर टोलप्लाजा पहुँचा था वहाँ से कलेक्शन लेकर निकला था जिसमे करीब 9 लाख से अधिक की राशि थी ।
            जिसे रास्ते मे अज्ञात लुटेरों ने पेसो से भरा बैग लूट लिया ।
घटना का एक चश्मदीद गवाह ने जानकारी दी की एक व्यक्ति को जो मोटरसाइकिल से आष्टा की तरफ़ जा रहा था को पीछे से आ रही मोटरसाइकिल सवार ने किसी डंडे से वार किया तो मोटरसाइकिल सवार कुछ समझ पाता इससे पहले ही और उस पर फिर डंडे से वार हुए उसने अपनी गाड़ी एक तरफ कर रोकने का प्रयास किया तभी उसके पास रखा बैग मोटरसाइकिल पर पीछे बैठे व्यक्ति ने छीना और जिस तरफ से आए थे उसी और वापस भाग गए मोटरसाइकिल सवार कुछ समझ ही नहीं पाया था ।
उक्त घटना की सूचना जैसे ही आष्टा थाना पुलिस को लगी तुरंत घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देकर घटनास्थल पहुंची ।
 जिले के वरिष्ठ अधिकारी भी घटना की सूचना मिलते ही मौका स्थल पहुंचे जहां घटना की अनेक पहलुओं पर जांच की जा रही है।
 वही डीआईजी ग्रामीण संजय तिवारी भी आष्टा थाना पहुंचे और घटना के सम्बंध में वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा की कुछ आवश्यक निर्देश भी दिए।
एसपी शिशेन्द चौहान ने जिले के विशेष अधिकारियों की 6 टीम बनाकर अलग अलग स्थानो के लिए रवाना की।
 घटना में लिप्त अपराधियों की तलाश पूरी मुस्तेदी से जुट गई है।
वहीं एसपी एसएस चौहान ने अपराधियों के बारे में जानकारी देने वाले को ₹10000 का नगद इनाम देने की भी घोषणा की है।
    क्योंकि घटना मुख्यमंत्री के गृहजिले की पुलिस के लिए चुनोती बन गई है।
    लेकिन मुख्यमंत्री के गृहजिले में लगातार इसप्रकार की घटनाओं से एकबार फिर विपक्ष को एक नया मुद्दा मिलगया है