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 अनिल उपाध्याय
   खातेगांव/देवास
 सृजन नाम से आयोजित इस ऑनलाईन इवेंट में "नारा लेखन, संस्मरण, रांगोली एवं चित्रकला प्रतियोगिता" रखी गई थी | विगत 2 सप्ताह से ऑनलाईन प्रचार और अखबार के माध्यम से लोगों तक इसको पहुँचाया गया | प्रविष्टि जमा करने की निर्धारित अंतिम तारीख 5 मई तक कईं प्रतिभागियों ने इसमें हिस्सा लिया |
आयोजन के व्यवस्थापक ईश्वर विश्नोई ने बताया कि सभी चारों विधाओं में 160 से ज्यादा प्रतिभागियों की लगभग 185 प्रविष्टियाँ प्राप्त हुई | लॉकडाउन के दौरान रांगोली और चित्रकला हेतु आवश्यक सामग्री ना मिल पाने से भी कईं प्रतिभागी शामिल होने से वंछित हुए | इसके बावजूद बड़ी संख्या में बच्चों व युवाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया | सबसे ज्यादा चित्रकला में लगभग 90 प्रविष्टियाँ आई | "कोरोना संकटकाल में हमारे रक्षक और उनकी भूमिका" पर एक से बड़कर एक चित्रकारी की गई | कोरोना के प्रति जागरुकता संदेश देते हुए नारे लिखे गए | साथ ही लॉकडाउन के दौरान घर परिवार में बिताए गए खुशियों के पल और उनसे मिली सीख, सुखद अनुभव को संस्मरण के माध्यम से प्रस्तुत किया गया |

ये प्रतियोगिता हरदा एवं देवास जिले के लोगों के लिये ही रखी गई थी | दोनों जिलों से नगरीय क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्र से भी बड़ी संख्या में प्रतिभागी शामिल हुए |
इस इवेंट के दूसरे चरण में अब निर्णय की प्रक्रिया अपनाई जाएगी | सभी विधाओं हेतु विधा के श्रेष्ठ जानकार प्रतियोगिता का निर्णय करेंगे |
इसके पश्चात तीसरे चरण में पुरस्कार वितरण कार्यक्रम संपन्न होगा जो लॉकडाउन समाप्ति के बाद शासन की गाईडलाईन के अंतर्गत संपन्न किया जाएगा |