नाव ठेकेदार के आगे नतमस्तक हुआ प्रशासन ,बिना अनुमति के शुरू कर दिया नाव का संचालन, मिल रहा नाव ठेकेदार को संरक्षण, सब कुछ पता होने के बाद कारवाई नही होना उठा रहा है बडा प्रश्न चिन्ह
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     संवाददाता
 बलराम सिसोदिया
   रेहटी/सिहोर

कोरोना वायरस के चलते हुए लॉक डाउन में नर्मदा घाटों पर नाव का संचालन बंद किया गया था। अभी भी नाव ठेकेदारों को इसकी अनुमति नहीं दी गई है। इसके बावजूद भी आवली घाट सहित अन्य नर्मदा घाटों पर ये अपनी मर्जी से ही लोगों को उतार रहे हैं। कई बार इसकी शिकायत जिला प्रशासन,बुदनी अधिकारीयों सहित रेहटी के अधिकारीयों से की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इससे साफ है कि नाव ठेकेदारों को प्रशासन का संरक्षण मिल रहा है।

प्रदेशभर में कोरोना पॉजिटिव लगातार सामने आ रहे हैं। सीहोर जिले में भी इनकी संख्या बढ़ रही है। होशंगावाद भी कोरोना से प्रभावित जिला है। इसके बावजूद भी नर्मदा घाटों पर नावों का संचालन बैखोफ किया जा रहा है। दरअसल होशंगावाद, हरदा से आने वाले लोगों को नर्मदा नदी के जरिए सीहोर जिले में प्रवेश कराया जा रहा है। ये सब काम अवैध तरीके से किया जा रहा है। प्रशासन ने अब तक नावों के संचालन पर कोई निर्णय नहीं लिया है। इसके बाद भी आवली घाट पर बेधड़क नाव चलाई जा रही है। 

संज्ञान में है मामला, फिर भी मौन

बिना अनुमति के नाव संचालन का मामला प्रशासन के अधिकारियों सहित पुलिस के संज्ञान में भी है। इसके बावजूद भी कार्रवाई न होना कई सवाल खड़े करती है। क्या ये सब काम मिलीभगत से हो रहा है, या प्रशासन पूरी तरह से नाव संचालकों के आगे नतमस्तक हो गया हे!*

हर दिन हो रहा संचालन

नर्मदा घाटों पर नावों का संचालन हरदिन हो रहा है। सुबह से शाम तक कई लोगों को उतारा जा रहा है। इसके बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।


         इनका कहना है

आवली घाट पर नाव संचालन की शिकायत मिली थी। इसके बाद पंचायत को नोटिस जारी कर तत्काल नाव से सवारी का परिवहन बंद करने को कहा गया है। अगर फिर भी नाव ठेकेदार द्वारा नाव का संचालन किया जा रहा है तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

 धर्मेंद्र यादव, सीईओ, जनपद पंचायत, बुधनी