---------------------------
संवाददाता
सोमेश उपाध्याय
बांगली
देशभक्ति जनसेवा के नारों को बुलंद रखने वाली पुलिस ही यदि अर्थ का अनर्थ करने लग जाए तो बेचारी जनता आखिर किस पर भरोसा करें , फरियादी विकलांग को ही पुलिस ने दूसरे दिन आरोपी बनाकर यह साबित कर दिया है, कि वह फरियादी को भी आरोपी बना सकती है व शर्तें? यह कर दिखाया है उदयनगर पुलिस ने!
ऐसा ही हुआ है बागली तहसील की उदयनगर पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर सवाल उठना तो लाजमी है! कानून की चौखट पर दस्तक दे रहे पूरा परिवार शिक्षित है !शासकीय सेवा में लगे ऐसे लोगों का परिवार का सदस्य जो विकलांग किसी पर हमला नहीं कर सकता ऐसे युवक को आरोपी बनाकर उदयनगर पुलिस आखिर क्या साबित करना चाहती है!
पीड़ित विकलांग युवक विजेंद्र सोलंकी पिता खुमान सिंह सोलंकी जाति भिलाला निवासी पांकुआं थाना उदयनगर,ने जिला पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देशावतु के नाम लिखे अपने इस पत्र में इस बात का उल्लेख किया है कि आरोपी मुन्नालाल एवं गुरुदयाल 19 मई की शाम 5:00 बजे उसके घर पर पहुंचे और उससे गाली-गलौज और झगड़ा करने लगे उसने 100 डायल को बुलाया मगर उन्होंने कहा कि आप से झगड़ा करने वाला नशे में है उसे नहीं ले जा सकते और वह चले गए, उसने लिखा है कि उसके पास शाम को थाने जाने के लिए कोई साधन नहीं था इसलिए 20 मई को सुबह थाने पहुंचा और रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन 21 मई को उदयनगर थाने से पुलिस उसके घर पहुंची और कहा कि आप के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई है! आप थाने चलो तब मैंने कहा कि सर जी मैं विकलांग हूं मैंने किसी से झगड़ा नहीं किया है !और मेरे खिलाफ झूठी रिपोर्ट मेरी रिपोर्ट करने के बाद घटना के 1 दिन बाद की गई है! जबकि मुझसे झगड़ा करने वाला मुन्ना लाल पिता फत्तू पोलाखाल में पंचायत सचिव है ,एवं चलने फिरने लायक है मेरे रिपोर्ट करने के बाद उसकी रिपोर्ट दर्ज करना न्यायोचित नहीं अपने आवेदन एडिशनल एसपी जगदीश डावर को सौंप कर निष्पक्ष जांच की मांग की है! विकलांग युवक वीरेंद्र रिपोर्ट दर्ज होने के बाद मानसिक प्रताड़ना के रूप में अपने आप को असहाय महसूस कर रहा है!
0 टिप्पणियाँ