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अनिल उपाध्याय
खातेगांव/
मध्य प्रदेश की औद्योगिक नगरी इंदौर वैसे भी कोरोनावायरस के मामले में हार्ड पोस्ट पर है !ऐसी स्थिति में इंदौर के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एम व्हाय से कोरोना वायरस पॉजिटिव। के 5 मरीज के भाग जाना ,एम व्हाय अस्पताल प्रशासन के लिए चुनौती है! वही जनता में इस घटना के बाद भय देखा जा रहा है! यदि कोरोनावायरस पॉजिटिव के यह मरीज किसी के संपर्क में आते हैं! तो निश्चित रूप से यह समाज के दुश्मन कोरोना वायरस पॉजिटिव के मरीजों की संख्या बढ़ाने में मददगार साबित होगे, इनके जल्दी से जल्दी पकड़ में आना शासन एवं जनता के लिए अहम है!

कोरोना वायरस को जहां पूरे विश्व में महामारी घोषित किया है विश्व के सभी देशों के द्वारा कोविड-19 महामारी को खत्म करने के लिए एक साथ मिलकर लड़ रहे हैं भारत में भी कोरोना वायरस को लेकर कोरोना वॉरियर्स(स्वास्थ्य विभाग,पुलिस विभाग,सफाई कर्मचारी,मीडिया ग्रुप एवं सामाजिक संस्थाएं जो सेवा में लगी है) की ओर से लगातार कोविड-19 लड़ने में जी जान से लड़ रहे हैं । और भारत को कोरोनावायरस से मुक्त करने का जीतोड़ कोशिश कर रहे हैं । ऐसे में मंगलवार को एमवाय अस्पताल इंदौर में उपचार के दौरान रहीश आलम पिता नन्हे उम्र 34 ग्राम मदयान बदे जयटोली रामपुर उत्तरप्रदेश,तशवीर हुसैन पिता अमीर हुसैन उम्र 45 चमरोल खाना रामपुर उत्तर प्रदेश, अब्दुल सलाम पिता कलुआ उम्र 63 वर्ष मदेयान बदे जयटोली रामपुर उत्तर प्रदेश, मुंशी पिता पीरु उम्र 45 वर्ष चमरोर शाहाबाद रामपुर उत्तर प्रदेश,अब्दुल सुभान अंसारी पिता मोहम्मद अली हसन उम्र 51 वर्ष समस्तीपुर बिहार निवासी इन पांचों लोग के दिलों दिमाग में क्या खुराफात चल रही होगी ये तो कोई नहीं जान सकता पर एक शासन प्रशासन के द्वारा 23 दिनों से लाकडाउन लगाकर कोविड-19 जैसी महामारी को खत्म करने के लिए पूरादेश एकजुट है वही यह लोग जो फरार हुए हैं जो कि अभी के समय में पूरे देश के लिए बहुत ही खतरनाक साबित होंगे क्योंकि ये फरार होने के बाद जिस भी क्षेत्र मेेंं भी पहुंचेंगे वहां कितने लोगों को संक्रमित करेंगे इसका कोई अनुमान भी नहीं लगा सकता।