देवास चामुंडा माता के गर्भ गृह में प्रवेश को लेकर 200 रुपये का शुल्क अनुचित। कांग्रेस   


        

रिपोर्टर आनंद ठाकुर                         

   देवास = चामुंडा देव प्रबंध संस्थान समिति आए दिन इस तरह के निर्णय ले रही है कि माता टेकरी पर दर्शनार्थियों का दर्शन करना मुश्किल होता चला जा रहा है कोरोना काल के पूर्व चामुंडा माता मंदिर के गर्भ ग्रह में सभी दर्शनार्थी जाते थे और दर्शन करते थे वही आरती में भाग लेने वाले नियमित भी गर्भ गृह में अंदर से ही माता की आरती करते थे। लेकिन कोरोना काल के दौरान  यह सब व्यवस्था बंद कर दी गई। चुकी अब देश से कोरोना 99 ~ 99 प्रतिशत  खत्म हो चुका है देश और प्रदेश के सभी मंदिरों में प्रवेश दिया जाने लगा है यहां तक कि महांकाल मंदिर में भी समय-समय पर गर्भ ग्रह में दर्शन की पूजा की अनुमति है। लेकिन देवास में मां चामुंडा देव प्रबंध सस्थान समिति का निर्णय राज्य सरकार और केंद्र सरकार के बिल्कुल विपरीत होता है।      शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष मनोज राजानी व प्रवक्ता सुधीर शर्मा ने बताया कि दर्शनार्थियों  के लगातार अनुरोध के बाद भी देवास प्रशासन ने आज तक चामुंडा माता के गर्भ गृह में दर्शन और आरती की अनुमति नहीं दी है। बल्कि जब  कुछ दिन पूर्व जनप्रतिनिधियों ने गर्भ ग्रह में प्रवेश को लेकर एसडीएम प्रदीप सोनी से मुलाकात की जहां विधायक श्रीमती गायत्री राजे पवार भी उपस्थिति थी तब उन्होंने विचार करने का आश्वासन दिया था । लेकिन गर्भ ग्रह में प्रवेश की अनुमति देने के बजाय उल्टे 200 रुपये का शुल्क निर्धारित कर दिया । कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि देवास स्थित माता की पहाड़ी पर दर्शनार्थियों का रोजाना इतना अधिक दबाव नहीं रहता है कि उन्हें गर्भ ग्रह मैं प्रवेश को लेकर कोई परेशानी हो जहां तक महांकाल मंदिर का सवाल है यहा रोजान हजारों दर्शनार्थी दर्शन करने आते हैं वहां यह व्यवस्था करना उचित है। बावजूद  महाँकाल मंदिर में भी समय-समय पर दर्शनार्थियों को गर्भ ग्रह में प्रवेश दिया जाता हैं जिसका कोई शुल्क नहीं लिया जाता है । कांग्रेस नेताओं ने कहा कि चामुंडा देव प्रबंध संस्थान के अध्यक्ष कलेक्टर श्री चंद्रमौली शुक्ला ने इस संदर्भ में क्या जनप्रतिनिधियों से चर्चा की इसमें सांसद एवं विधायक की सहमति है । अगर है तो यह निर्णय अनुचित है कांग्रेस मांग करती है  कि मां के दरबार में सभी को पूजा और दर्शन की अनुमति दी जाय किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं रखा जाए।