25 हजार से अधिक श्रद्घालु निकले पंचकोशी यात्रा मेंं प्रशासन ने श्रद्घालुओं की सुरक्षा के लिए तैनात किए 200 जवान 


पंचकोशी यात्रा के लिए श्रद्घालु अपने हाथों में ध्वज लेकर हुए रवाना

प्रशासन द्वारा 40 चिन्हित नोकाओ से श्रद्धालुओं नर्मदा नदी कराई पार


       

रिपोर्टर  अनिल उपाध्याय

              

   पंचकोशी यात्रा शनिवार को शुरू हुई। नर्मदा के सिद्घनाथ मंदिर घाट पर स्नान कर भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक कर भक्तों ने माँ नर्मदा की कढ़ाई प्रसादी कर चिन्मयधाम आश्रम में सन्त विठ्ठालरामसी महाराज के सानिध्य में ध्वज पूजा कर भक्त माँ नर्मदा की 90 किमी लम्बी लघु परिक्रमा के लिए नेमावर नाभितीर्थ से निकले। यात्रा नेमावर से आरम्भ हो कर कुण्डगॉंव, देय्यत, करोंद, चीचली होते हुए प्रथम पड़ाव स्थल बिजलगांव पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम व रात्रि जागरण कर रविवार सुबह माँ की पूजा अर्चना कर नाव से नर्मदा नदी पार कर हरदा जिले में प्रवेश करेगी। देवास जिला प्रशासन द्वारा यात्रियों के लिए बिजलगांव में रात्रि विश्राम व नर्मदा नदी पार किए जाने हेतु समुचित व्यवस्थाएं जुटाई गई है। पुलिस प्रशासन ने घाटों पर सुरक्षा के लिए तैराक दल को भी नियुक्त कर रखा है। यात्रियों के पड़ाव स्थलों पर पानी, प्रकाश का भी प्रबन्ध किया गया।


पंचकोशी यात्रा में 25 हजार से अधिक श्रद्घालु रवाना हुए। इसमें युवा, बुजुर्ग, महिलाएं एवं बच्चे शामिल रहे। नेमावर थाने के टीआई राजाराम वास्कले ने बताया कि पंचकोशी यात्रा में लगभग 25 हजार से अधिक श्रद्घालु यात्रा में शामिल हुए। श्रद्घालु सिर अपना ओढ़ने-बिछाने का सामान एवं अन्य सामग्री के साथ चल रहे हैं। श्रद्घालुओं की सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस और होमागार्ड जवान के अलावा राजस्व विभग और पंचायत के अधिकारी-कर्मचारिों की ड्यूटी लगाई गई है।


40 नाव का किया पंजीयन


टीआई वास्कले ने बताया कि बिजलगांव से नर्मदा पार करने के लिए 40 नाव का पंजीयन किया गया है। उसी में यात्रियों को बिठाकर शनिवार शाम 10,000 से अधिक श्रद्धालुओं को नर्मदा नदी पार कराया गया। वहीं शेष यात्रियों को रविवार अल्प सुबह से ही नेमावर थाना के ग्राम बिजलगांव से हरदा जिले के ग्राम गोयत में उतारा जाएगा। इसके बाद हरदा जिला प्रशासन सुरक्षा के लिए मुस्तैद रहेगा। मंदिर घाट पर होमगार्ड औरुपलिस जवान तैनात रहेंगे।यात्रा हंडिया के रिद्घनाथ घाट से भगवान रिद्घेश्वर व झंडा पूजन के बाद शुरू हुई। जो हिंडोलनाथ बाबा के दर्शन के बाद ऊंचान में रात्रि विश्राम करेगी। 27 फरवरी को ऊंचान से पहाड़ी के रास्ते चिराखान, साल्याखेड़ी होते हुए जोगा पहुंचेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा। 28 फरवरी को नाव से नर्मदा पार कर देवास जिले के पीपल्या माल के शिव-बजरंग मंदिर में दर्शन कर तमखान, सिराल्या होते हुए कर्णबुजुर्ग पहुंचेगी। यहां श्रद्घालुओं का रात्रि विश्राम होगा। 1 मार्च को नर्मदा स्नान कर शिव-बजरंग मंदिर होते हुए बागदी नदी पार कर श्रद्घालु संत टाटेश्वर आश्रम बजवाड़ा पहुंचकर रात्रि विश्राम करेंगे। 2 मार्च को अमावस्या पर नेमावर में सिद्घनाथ के दर्शन करेंगे।


"40 नौकाओं को चिन्हित किया गया, 200 पुलिस जवान लगाए गए"


26 से 2 फरवरी तक चलने वाली पंचकोशी पदयात्रा को लेकर प्रशासन द्वारा माकूल व्यवस्था की गई है हमने 200 पुलिस जवान नेमावर घाट से बिजलगांव घाट तक लगाया हुआ है ।और जब वापसी होगी तो राजोर घाट पर भी हमने पुलिस बल लगाया हुआ है। साथ ही ट्रैफिक बल पेट्रोलियम मोबाइल लगाया 40 नौकाओं की हमने व्यवस्था की है। सभी नौकाओं में हमारे पुलिस के जवान रहते हैं। इतना ही नहीं नदी के अंदर हमारे होमगार्ड के 25 जवान भी लगाए गए हैं। जो पेट्रोलियम करते हैं तीन नाव को हमने हायर की है। जिसमें पुलिस के जवान बीच नदी में खड़े होकर तत्काल अपने दायित्व का निर्वहन कर सके उनको यह दायित्व सौंपा गया है ।


         ,"सूर्यकांत शर्मा"एडिशनल एसपी देवास"